देखो सखी ओढ़नी मंगाई फागुन में
धानी रंग ओढ़नी बसंती रंग ओढ़नी
लाल रंग ओढ़नी मंगाई फागुन में
फूल छाप ओढ़नी चिरैया छाप ओढ़नी
हिरनी छाप ओढ़नी मंगाई फागुन में
ओढ़नी ओढ़ मैं बैठी झरोखे
आए गए बालम निहारें फागुन में
लाल रंग देखें चिरैया छाप देखें
देख देख हमका सतावें फागुन में
बार बार हमसे सजन यही पूछें
लाया कौन ओढ़नी बताओ फागुन में
संखियां सहेली संग गई मैं बजरिया
मिल गए यार पुराने फागुन में
हँस बतियाए, मिठैया खिलाए
ओढ़नी दिलाए गुलाबी फागुन में
इतनी बचन सुन बलमा जी रूठे
बैठ गए हमसे रिसाय फागुन में
ओढ़ के ओढ़नी मैं बैठी सेजरिया
दीना बलम को चिढ़ाय फागुन में
बड़ी रे जतन से सजन को मनाया
लीना हिया से लगाय फागुन में
देखो सखी ओढ़नी मंगाई फागुन में
**जिज्ञासा सिंह**
होली की हार्दिक शुभकामनाएं
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