पिया जी तुम्हें दादा कहेगा ।
लागे है कृष्ण गोपाला,
पिया जी तुम्हें दादा कहेगा ।।
भोर में सूरज सा चमकेगा,
दिन में उजाला करेगा...
पिया जी तुम्हें दादा कहेगा ।
वो गुलशन का फूल होगा,
खिल के गुलाब सा महकेगा...
पिया जी तुम्हें दादा कहेगा ।
अंबर जैसा ऊँचा होगा,
चंदा सा चमकेगा....
पिया जी तुम्हें दादा कहेगा ।
अपने घर का राजा होगा,
शीश मुकुट दमकेगा....
पिया जी तुम्हें दादा कहेगा ।
कान्हा जैसा प्यारा होगा,
राम सा राजा बनेगा....
पिया जी तुम्हें दादा कहेगा ।
**जिज्ञासा सिंह**