सरस्वती ! तुम बुद्धि की रानी
मेरी शक्ति मेरी भक्ति
तुम ही मेरी कहानी
सरस्वती तुम.......
तुम को जब से है अपनाया
जग की जानी कहानी
सरस्वती तुम.......
जब तुमसे परिचय हो जाए
सब कुछ लगे बेमानी
सरस्वती तुम......
सब देवों को देव सा जानूँ
तुम जानी पहचानी
सरस्वती तुम.......
द्वार तुम्हारे शीश झुकावें
ज्ञानी और विज्ञानी
सरस्वती तुम........
तन मन धन से द्वार तुम्हारे
ठाढ़े हम अज्ञानी
सरस्वती तुम........
दे दो जग को विद्या बुद्धि
तुम हो बड़ी वरदानी
सरस्वती तुम.......
**जिज्ञासा सिंह**
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल बुधवार (17-02-2021) को "बज उठी वीणा मधुर" (चर्चा अंक-3980) पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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बसन्त पञ्चमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
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आदरणीय शास्त्री जी, नमस्कार!
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को चर्चा अंक में शामिल करने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत आभार..बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें..
भावों से भरी शारदे माँ की सुंदर अभ्यर्थना जिज्ञासा जी! आपको बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं 🌹🌹🙏🌹🌹
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार रेणु जी, आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी का हृदय से अभिनंदन करती हूँ..आपको सादर नमन.. बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें..
जवाब देंहटाएंरेणु जी आपके ब्लॉग पर नई रचना का पेज नहीं खुल रहा..कृपया जरूर देखें..सादर नमन..
वह मेरी पुरानी post थी जिज्ञासा जी जिसे मैंने नये तरीके से share करना चाहा था पर हो ना सकी सो मैंने उसे हटा दिया। बहुत बहुत बहुत आभार आपके स्नेह के लिए। वैसे वो पोस्ट है पहले वाली रचनाओं में।🌹🌹🙏🌹🌹
हटाएंठीक है...देखती हूँ..👍💐🙏
हटाएंसुन्दर वन्दना.
जवाब देंहटाएंबहुत आभार आदरणीय दीदी, सादर नमन..
हटाएंशारदा माँ की बहुत ही सुंदर आराधना, जिज्ञासा दी।
जवाब देंहटाएंप्रिय ज्योति जी, आपका हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ..सादर नमन..
हटाएंमाँ शारदे की बहुत सुन्दर स्तुति! जय माँ शारदे 🌻🙏🌻
जवाब देंहटाएंआपका बहुत-बहुत आभार ज्योत्सना जी..सादर नमन..
जवाब देंहटाएंसरस्वती का साथ हो तो जीवन सफल । सुंदर वंदना ।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आदरणीय दीदी..जी बिलकुल सही कहा आपने..
हटाएंमाँ सरस्वती की बहुत ही सुंदर वंदना,उनकी कृपा हम सब पर बनी रहें
जवाब देंहटाएंकामिनी जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद..आपकी प्रशंसनीय टिप्पणी को नमन है..
जवाब देंहटाएंबहुत खूबसूरत सरस्वती वंदना
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत धन्यवाद आपका..सादर नमन..
जवाब देंहटाएंसुंदर वंदना
जवाब देंहटाएंबहुत आभार..आपकी प्रशंसनीय प्रतिक्रिया को नमन करती हूँ..
जवाब देंहटाएंमाँ शारदा और आपको सादर प्रणाम
जवाब देंहटाएंब्लॉग पर खूबसूरत टिप्पणी हेतु आभार
आपका बहुत बहुत आभार..आपको मेरा सादर अभिवादन..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर आराधना मां शारदा की, मां सदा कृपा बरसाएं
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर आराधना मां शारदा की, मां सदा कृपा बरसाएं
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार सुरेन्द्र जी, सादर नमन..
जवाब देंहटाएंजय माँ सरस्वती
जवाब देंहटाएंआपका तहेदिल से बहुत बहुत आभार..सादर नमन..
जवाब देंहटाएंक्षमायाचना करता हूँ जिज्ञासा जी इस सुंदर वंदना पर विलम्ब से आने के लिए । मस्तक नत हो गया है इसका पारायण करके ।
जवाब देंहटाएंजितेन्द्र भाई, आपके स्नेह की निरन्तर आभारी हूं ..प्रशंसा के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद..
जवाब देंहटाएंवाह जय माँ शारदे अनुपम रचना
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार अभिलाषा जी,आपकी प्रशंसनीय प्रतिक्रिया को नमन है..सादर..
हटाएंमाँ शारदे की सुंदर आराधना जिज्ञासा जी
जवाब देंहटाएंसंजय जी आपका बहुत बहुत आभार..आपकी प्रशंसा को नमन करती हूं..सादर अभिवादन ..
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सरस्वती वंदना।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार आदरणीया दीदी, आपकी प्रशंसनीय प्रतिक्रिया को हार्दिक नमन करती हूं..
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